
वर्गीकरण
सह्व (नमाज़ में भूल हो जाना)
अगर इमाम पाँचवीं रकअत के लिए खड़ा हो जाए
इमाम ने तिलावत का सजदा किया और उसके पीछे नमाज़ पढ़ने वाले को पता नहीं चला, तो वह रुकू' में चला गया
वह अंतिम तशह्हुद भूल गया और सलाम फेर दिया
सह्व (भूलने) के सजदे की जगह और उसमें क्या कहना चाहिएॽ
सह्व के दो सजदों में और उन दोनों के बीच में क्या पढ़ना चाहिएॽ
सह्व के सज्दे में मुक़तदी का इमाम का अनुसरण करना
सज्दा सह्व के कारण