उत्तर
क्या बीमार तथा जो व्यक्ति सलसुल-बौल का शिकार है उनके लिए मोज़ों पर मसह करने की अनुमति है ॽ
सहेजेंउसने निवासी होने के बावजूद तीन दिन मसह किया तो क्या वह दो दिन की नमाज़ें दोहरायेगा ॽ
सहेजेंमोज़ों पर मसह करने की शर्तें
सहेजेंमोज़े या जुर्राब पर मसह करने का तरीक़ा
सहेजेंचमड़े के मोज़े या जुराब पर मसह करना उसी समय जायज़ है जब उन्हें पूर्ण शुद्धता (वुज़ू) की स्थिति में पहना हो
सहेजेंदोनों मोज़ो पर मसह करना सर्वश्रेष्ठ है या दोनों पैरों को धोना ?
सहेजेंक्या बीमारी के कारण एक लंबी अवधि के लिए मोज़ों पर मसह करना जायज़ है?
सहेजेंमोज़ों पर मसह करने की अवधि समाप्त होने के बाद पवित्रता का बाक़ी रहना
सहेजेंउसके मोज़े भीग गए और पानी उसके पैर तक पहुँच गया, तो क्या वह उन पर मसह कर सकता हैॽ
सहेजेंयदि मसह की अवधि समाप्त हो जाए या ऊपर का मोज़ा निकाल दे तो क्या वुज़ू टूट जायेगा ॽ
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